सीरत एजुकेशन ने होनहार बच्चों को इनामात देकर की हौसला अफजाई।

सीरत एजुकेशन ने होनहार बच्चों को इनामात देकर की हौसला अफजाई।


देश में सबसे ज्यादा शिक्षा बजट दिल्ली का-गोपाल राय।



दिल्ली,यहां के यमुना विहार क्षेत्र के सुंदरम पैलेस में सीरत एजुकेशन एंड वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले सैकड़ों बच्चों को इनामात देकर उनकी हौसला अफजाई की गईं,इस अवसर पर इस साल हज करके आए हाजी साहिबान का भी भी जबरदस्त स्वागत किया गया वह उन्हें हज की मुबारकबाद दी, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली सरकार के वरिष्ठ मंत्री श्री गोपाल राय उपस्थित थे।
प्रोग्राम की शुरूआत जामा मस्जिद घोण्डा के इमाम मौलाना मुमताज़ अहमद काज़मी के द्वारा की गई दुआओं से हुई। इस मौके पर खासतौर से सैफी समाज को सैफी सरनेम देने वाले वाले प्रसिद्ध समाजसेवी मरहूम एम.वकील सैफी साहब को बिरादरी के लिए किए गए उनके कामों के लिए याद किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई वक्ताओं ने उन्हें सैफी समाज का एक ऐसा हमदर्द बताया जिसकी कमी कभी पूरी नहीं होगी,प्रोग्राम में एम वकील साहब के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सफदरजंग अस्पताल के डॉ मौहम्मद इमरान सैफी,गुलावठी की बुशरा सैफी,मोहम्मद जुनैद,समीर सैफी नदीम सैफी हापुड़,सना सैफी जमा मस्जिद दिल्ली,इकरा सैफी समेत तकरीबन 50 होनहारों को ट्राफी व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर वक्ताओं ने सैफी समाज की शिक्षा पर बल दिया वक्ताओं ने कहा की पढ़ लिख कर कर ही आगे बढ़ा जा सकता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली सरकार के वरिष्ठ मंत्री श्री गोपाल राय ने इस अवसर पर प्रकाशित पुस्तक सैफी दर्पण का विमोचन भी किया सैफी दर्पण सैफी समाज के लिए जानकारी से भरपूर एक शानदार किताब है श्री गोपाल राय ने अपने अध्यक्षीय भाषण में शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि आज पूरे देश में शिक्षा की महती आवश्यकता है उन्होंने बताया की शिक्षा का बजट प्रदेशों में 3 से लेकर 6% तक होता है केंद्र सरकार का बजट ही 6% से ज्यादा नहीं होता,लेकिन दिल्ली सरकार ने पहली बार शिक्षा के क्षेत्र में 26% बजट दिया है जोकि हिंदुस्तान में आज तक का सबसे ज्यादा बजट है उन्होंने आम आदमी पार्टी सरकार के कामों की समीक्षा करते हुए कहा की आज सरकारी स्कूल रिजल्ट के मामले में प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहे हैं,हर आदमी सरकारी स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाना चाहता है, दिल्ली के सरकारी स्कूल हमने एक मॉडल बनाकर दिखाएं दिखाएं हैं।
कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन सैफी बिरादरी के पिलर कहे जाने वाले जाने वाले वाले सहायक डाकपाल से रिटायर्ड मास्टर अलीशेर सैफी ने किया, प्रोग्राम की रूपरेखा भी उनकी देखरेख में तैयार की गई।
प्रोग्राम के आखिर में सीरत एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के सरपरस्त जनाब हाजी कमाल साहब (फरीदाबाद वालो) ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि यह संस्था बच्चों के लिए तालीम का काम करती है,मुस्लिमों में तालीम को लेकर बहुत ज्यादा उदासीनता है,लड़कियों को ले देकर या यूं कहो जुगाड़ करके बीए करा देना ही उनकी तालीम है,जबकि मेरा मानना है कि एक लड़की का पढ़ना एक पीढ़ी का पढ़ना होता है, संस्था द्वारा जो बच्चे अच्छे नंबर ला रहे हैं उनको इनामात देकर उनकी हौसला अफजाई की जा रही है...इनके काम की जितनी तारीफ़ की जाए कम है,मैं यह मौजूद जिम्मेवार लोगो से अपील करता हु की तालीम के काम को ज्यादा से ज्यादा आगे बढ़ाए,ताकि क़ौम को ज्यादा से ज्यादा आईएएस,इंजीनियर,डॉक्टर मिल सके,हम तालीम के साथ साथ मुस्लिमों में पनप रही बुराइयों को खत्म करने की मुहिम भी चलाये,दहेज लेना बंद करे,शादियों में खाने का मैनुयू सीमित करे, बेरोजगारों की मदद के लिए एनजीओ बनाकर लघु उद्योग लगाएं आर्थिक अभाव में स्कूलों से मेहरूम बच्चों की मदद करें इन्शा अल्लाह एक दिन हम भी कामयाबी की बुलंदियों को छुएंगे, उन्होंने प्रोग्राम में शिरकत करने वाले सभी साहिबान का शुक्रिया अदा करते हुए आयोजकों को इतने खूबसूरत प्रोग्राम के लिए मुबारकबाद दी।
 इस मौके पर खचाखच भरे हाल में रिटायर्ड डीएसपी जनाब अख्तर अली सैफी, रिटायर्ड एसडीएम जलालुद्दीन सैफी, पार्षद हाजी ताहिर सैफी,उद्योगपति हाजी बुंदू खान सैफी, पत्रकार इरफान राही, रहमान सैफी,एडवोकेट मोहम्मद सलीम सैफी, असलम सैफी(जीवन बीमा) हाजी इकबाल सैफी शाहनवाज सैफी,मुमताज सादिक़ आदि समेत सैकड़ों साहिबान मौजूद थे।