भगवान विश्वकर्मा एवं उनके वंशज' पुस्तक का लोकार्पण।



भगवान विश्वकर्मा एवं उनके वंशज' पुस्तक का लोकार्पण।

साहित्य का समाज का आईना-आदित्य धीमान

 

शकील अहमद सैफ

गाज़ियाबाद,कविनगर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित मार्शल महल बैकट हाल में विश्वकर्मा समाज के इतिहास पर शोध कर रहे प्रसिद्ध समाजसेवी श्री आदित्य कुमार धीमान द्वारा लिखित पुस्तक

नामक पुस्तक का विमोचन पूर्व राज्य मन्त्री उ प्र सरकार एवं पूर्व अध्यक्ष उ प्र राज्य पिछडा वर्ग आयोग श्री राम आसरे विश्वकर्मा ,प्रख्यात पत्रकार डॉ. रामजी लाल जांगिड ,समाज सेवी निधि विश्वकर्मा ,प्रसिद्ध वास्तु विद श्री नरेन्द्र धीमान ,विश्वकर्मा जगत-गुरु शंकराचार्य बाबा औघडनाथ  उर्फ मौनी बाबा आदि के करकमलों से हुआ।

कार्यक्रम के आरंभ में कुमारी चैन्या विश्वकर्मा ने अपनी मधुर आवाज में भगवान विश्वकर्मा वन्दना तथा सरस्वती वन्दना की, विमोचित पुस्तक मे विभिन्न धार्मिक ग्रन्थों से भगवान विश्वकर्मा के बारे में प्रमाणिक जानकारी,भगवान विश्वकर्मा जी की कृतिया तथा कला साहित्य खेल उद्योग राजनीति फिल्म संगीत आदि क्षेत्रों में लगभग तीन सौ विश्वकर्मा समाज की उन महान विभूतियो की विस्तृत जानकारी दी गयी है,जिन्होंने विश्वकर्मा समाज का नाम रोशन किया है,पुस्तक में स्थान पाने वाली प्रमुख हस्तियों में सरदार जस्सासिह रामगढिया,भाई लालो जी,गुरू रामसिंह जी,जगत-गुरु आदि शंकराचार्य, पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह भारत में संचार क्रांति के जनक सैम पित्रोदा,द्रोणाचार्य राजसिह ,स्वामी कल्याण देव,स्वामी भीष्म,रामानन्द सागर, हरभजन सिंह,अजय देवगन प्रीति जिन्टा,प्रसिद्ध गज़ल गायक जगजीत सिंह, राम आसरे विश्वकर्मा,पार्श्व गायक उदित नारायण,अभिनेत्री आशा पारिख, सरदार महेन्द्र सिंह साथी, अमेरिका में पहले भारतीय सीनेटर दीलिप सौध ,आदि हैं ,लेखक व शोधकर्त्ता आदित्य कुमार धीमान ने इस पुस्तक को अपनी स्वर्गीय माता श्रीमति प्रकाशी देवी धीमान को समर्पित किया है, इस अवसर पर वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में कहा कि श्री आदित्य कुमार धीमान ने पुस्तक के माध्यम से गागर में सागर भरने का सार्थक प्रयास किया है, साहित्य का समाज के विकास तथा एकजुटता मे बड़ा योगदान होता है इनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है, यह पुस्तक विश्वकर्मा समाज की आगामी पीढ़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।

 इस अवसर पर श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने समाज को एकजुट होने का आह्वान किया,उन्होंने बताया कि अपनी सरकार के दौरान उन्होंने भगवान विश्वकर्मा पूजा का उ प्र में अवकाश कराया,कई शहरों में सड़क चौराहे पार्क आदि के भगवान विश्वकर्मा जी के नाम पर नामकरण कराये तथा समाज के गरीब व पीडित लोगों की मदद की तथा सदैव समाज के लिए काम करते रहेंगे,सभी वक्ताओं ने समाज की कुरीतियों को दूर करने का आह्वान किया तथा सरकार से भगवान विश्वकर्मा के नाम पर तकनीकी विश्वविद्यालय बनाने तथा गाजियाबाद का नाम विश्वकर्मा नगर रखनेकी मांग भी की गई,इस अवसर पर कैप्टेन चन्द्रपाल पांचाल, राजेन्द्र पांचाल, यशपाल धीमान,यशपाल जांगिड, वेदप्रकाश शर्मा,आर के शर्मा, ओ पी शर्मा,रामगोपाल वत्स, जयभगवान धीमान,आशुतोष धीमान, नित्यानन्द,वशिष्ठ दिवाकर,विश्वकर्मा व काफी बढ़ी संख्या में समाज सेवी उपस्थित रहे।