नेपाल के पूर्व न्यायाधीश ने लिखा श्री मोदी के नाम पत्र।
नेपाल के पूर्व न्यायाधीश ने लिखा श्री मोदी के नाम पत्र।

 


 

मान्यवर, नेपाल हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस डा. सलाहुद्दीन अख्तर सिद्दीकी ने कोरोना महामारी के चलते प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखकर भारत में रहने वाले नेपाली नागरिकों की रक्षा की अपील की है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में जस्टिस सिद्दीकी ने कहा है कि नेपाल -भारत दो विशेष रिश्ते रखनेवाले पडोसी देश हैं। जिनके नागरिक निर्वाध रूप से एक दूसरे के देश में व्यवसाय , व्यापार करते आ रहे हैं। अचानक महामारी के रूप में उभरा करोना वायरस विश्वभर में एक गम्भीर समस्या बन गया है। दोनो देश भी इस गम्भीर समस्या से निपटने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। संक्रमण के प्रकोप को रोकने के लिए दोनो देशों ने लॉकडाउन करने का उचित  निर्णय लिया है। इसका पालना करना हम सभी के हित में है। लेकिन जनता में व्याप्त भय , तथा दैनिक जीवन यापन की गम्भीर समस्या के कारण सरकार का निर्देश का पालन करना मुश्किल हो रहा है। फलस्वरूप जनता जो जहां का निवासी है, वहां अपने परिवार जन की सहायता प्राप्त करना चाहता है। इस लिए वह अपने कार्यस्थल से अपने घर की तरफ भागने की कोशिश कर रहा है। जिससे सरकार के निर्देशों का उलन्घन होते दिख रहा है, जिसको करने का जनता की इच्छा नहीं है। परन्तु जनता परिस्थितियों के आगे मजबूर है। 

समाचारों से ज्ञात हो रहा है कि नेपाली श्रमिक भारत के विभिन्न राज्यों में तथा सीमाओं पर कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि नेपाल सरकार कूटनीतिक नियोग के मार्फत समस्या समाधान में आप के साथ होगी। परन्तु हम जानते हैं कि भारत के साथ हमारे सम्बन्ध केवल कूटनीतिक नहीं हैं, जनस्तर का विशेष सम्बन्ध है। जिसका वर्णन आप हमेशा दोहराते हुए उसी पथ पर आगे बढ रहे हैं। उसी जनस्तरीय सम्बन्ध के नाते एक नेपाली नागरिक के हैसियत से आप से विनम्र अनुरोध है कि जो नेपाली नागरिक भारत मे चिंताजनक स्थिति में कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहें उनके तरफ़ ध्यान देने की कृपा करें। हमें पूरा एहसास है कि आप अपने नागरिकों की रक्षा के लिए बहुत चिंतित और प्रयासरत हैं। हम आप की पूर्ण सफलता की कामना करते  हैं। आनेवाला समय आप और हम सब की सफलता का होगा ऐसा मुझे विश्वास है। पुनः आप से अनुरोध है कि भारत में करोना के प्रकोप से विकट कठिनाइयों से जूझ रहे नेपाली नागरिककों के रक्षा के लिए अविलम्ब उचित व्यवस्था करने की कृपा करें।