सपनें में सर्वशक्तिमान कोविड-19 उर्फ कोरोना प्रभु.... (व्यंग्यात्मक)
सपनें में सर्वशक्तिमान कोविड-19 उर्फ कोरोना प्रभु....

(व्यंग्यात्मक)

 

वैसे तो आजकल दिन में भी सपनें आने लगे हैं। लेकिन रात को भी सपनें में दुनिया भर की महाशक्तियों को धूल चटाने बड़े-बड़ो को पानी पिलाने वाले कोरोना वायरस उर्फ कोविड-19 ने दर्शन दिये, सच बता रहा हूँ,मेरी सर्व शक्तिमान कोरोना को देखते ही सिटी- पिटी गुम हो गई। कोविड-19 बड़ी भयानक हँसी के साथ बोला,क्यों क़लम के दुश्मन मज़ा आ रहा है ना, मेरी तो हालत पहले ही खराब हो चुकी थी, मैं मन ही मन अपना अंतिम समय मान कोविड रूपी कोरोना महादेव की जय जयकार की, और अपनी जान की अमान मांगते हुए थोड़ा मक्खन लगाते हुए कहा कि हे देवो के देव तेरे प्रताप और पराक्रम का दुनिया में हर कोई कायल हो गया है। तेरी थोड़ी सी तिरछी नज़र पड़ते ही  दुनिया का सरदार अमेरिका अपनी महाशक्तियों को डूबता देखने के लिए विवश हैं। परमाणु बम बनाने की होड़ समाप्त प्रायः है। कई देशों के महाबली चपेटे में क्या ले लिए, तेरे नाम का डंका संसार के कोने कोने में बजने लगा है। भगवान के नाम पर दुकानें चलाने वालो का भी अपने-अपने इस्वरो पर विश्वास उठ सा गया है। फलस्वरूप कोई भी सर्वशक्तिमान होने का दावा नहीं कर रहा है। तेरे ही प्रताप का असर है कि दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण होने लगा है। नदियां साफ हो गई हैं। पर्यावरण में साफ हवा बह रही हैं। पछियों का चहचहाना सुनाई देने लगा है। ओजोन परत में हुआ छेद भरने लगा है। वातावरण इतना साफ हो गया है कि मीलो दूर से पहाड़ नज़र आ रहें हैं। नोएडा जैसे प्रदूषित शहर में नील गाय निर्भय होकर विचरण करती देखी गई। हे परम् शक्तिशाली कोविड-19 तेरी महिमा का वर्णन करने के लिए मुझ जैसे तुच्छ के पास शब्द नहीं हैं। भारत वर्ष की पावन भूमि पर सीएए के विरोध में चल रहें धरना प्रदर्शन तेरे नाम पर एक झटके में समाप्त हो गए, एनसीआर के विरोधी अर्त्ताधिन हो गए हैं।

हे परम् शक्तिशाली, महाबलेश्वर कोरोना उर्फ कोविड-19 मेरी करबद्ध प्राथर्ना हैं कि यदि तूने इस पापी संसार पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखी, और हमें अपने क्रोध से महफूज़ रखा, तो हम तेरे नाम का कोरोनेश्वर धाम मंदिर बनवा देंगे, हर साल तेरे नाम का मेला लगवाएंगे, पाठ करवाएंगे, तेरा उर्स करवाएंगे,भंडारों,लंगरों की प्रत्येक वर्ष भरमार रहेगी, हर धर्म के लोग अपने-अपने तरीके से तुझे महिमामंडित करेंगें। तेरे नाम से एक  धर्म भी बना लेंगे। तेरे को महाकाल के मानस पुत्र का दर्जा देंगे, चूंकि आपका रूप कुछ धतूरे जैसा दिखता हैं इसलिए आपके चरणों में धतूरा चढ़ाएंगे, सीताफल, आपके नाम का पेटेंट फल होगा,भंडारे में उसी की सब्जी का भोग लगेगा, हम जानते हैं महाराज कि आप अल्कोहल से बहुत चिढ़ते हैं, इसलिए किसी भी हालत में मदिरापान किए व्यक्ति को आपके धाम के पास से गुजरने की इजाज़त नहीं होगी। आपके नाम से कोरनी अमावस्या होगी , ईसाई आपको फादर कोरोना कहेंगे,मुस्लिम भाई आपको हज़रत वुहान शाह के नाम से जानेंगे, और आप जो भी आदेश देंगे उसका पालन करने में अपना सौभाग्य समझेंगे,हे कोविड महाराज हम सब पर दया करो, आपके नाम की अच्छी सी आरती भी बनाएंगे, कव्वाली अलग बनेंगी, भजन बनवाया जाएगा,बस थोड़ा अपना कोप कम करके अपनी सवारी चमगादड़-नाथ पर सवार होकर अपने, वुहानेश्वर धाम चीन को गमन करो और वहां से स्थान न बदलना...!